अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर किए भारी हवाई हमले, 59 लोगों की मौत

अमेरिका ने यमन की राजधानी सना और सादा शहर में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर तीव्र हवाई हमले किए। यह कार्रवाई हूतियों द्वारा इजरायली जहाजों को निशाना बनाने की धमकी के जवाब में की गई। हमलों में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूतियों को "पूरी तरह तबाह" करने की चेतावनी दी है। साथ ही, उन्होंने ईरान पर हूतियों को सैन्य सहायता देने का आरोप लगाया। हूतियों ने लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर कई हमले किए हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ा है। यह संघर्ष यमन में चल रहे गृहयुद्ध को और जटिल बना रहा है।

हूती विद्रोहियों पर किए भारी हवाई हमले


हूतियों के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई तेज, सना और सादा शहर में बमबारी

अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर एक बार फिर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं। ये हमले हूतियों द्वारा इजरायली जहाजों को निशाना बनाने की धमकी के बाद किए गए। हूती विद्रोहियों ने बताया कि यमन की राजधानी सना और उत्तर-पश्चिमी शहर सादा के आसपास रविवार रात से सोमवार सुबह तक अमेरिकी हवाई हमले हुए, जिसमें कम से कम एक विद्रोही मारा गया और चार अन्य घायल हुए। विद्रोहियों ने इन हमलों को "अब तक का सबसे तीव्र" बताया है।


हमलों का कारण क्या है?

हूती विद्रोहियों ने हाल ही में गाजा पट्टी में सहायता सामग्री पहुंचाने वाले इजरायली जहाजों को लक्षित करने की धमकी दी थी। इसके जवाब में अमेरिका ने यमन में हूतियों के ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूतियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने अपनी गतिविधियां जारी रखीं, तो अमेरिका उन्हें "पूरी तरह से तबाह" कर देगा।

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "हूतियों को इस बमबारी में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यह धीरे-धीरे बदतर होता जाएगा। यह बराबरी की लड़ाई भी नहीं है और ना कभी होगी। उन्हें पूरी तरह से तबाह कर देंगे।"



ईरान पर लगे आरोप

अमेरिका ने ईरान पर हूती विद्रोहियों को सैन्य सहायता देने का आरोप लगाया है। ट्रंप ने कहा कि ईरान ने हूतियों को हथियारों की आपूर्ति कम कर दी है, लेकिन उसे इसे पूरी तरह बंद कर देना चाहिए। ईरान लंबे समय से हूतियों का समर्थन करने के आरोपों को खारिज करता रहा है।

हूती विद्रोही यमन के अल्पसंख्यक शिया जैदी समुदाय से हैं, जिन्होंने साल 1962 तक लगभग एक हजार साल तक यमन पर शासन किया था। 2014 में हूतियों ने सना पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद से यमन में गृहयुद्ध जारी है।


लाल सागर में हूतियों का खतरा

इजरायल-हमास युद्ध के बाद से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। अब तक उन्होंने करीब 100 व्यापारिक जहाजों पर हमले किए हैं, जिनमें से दो जहाज डूब चुके हैं और चार नाविकों की मौत हो चुकी है। हूतियों का कहना है कि वे इजरायल के खिलाफ इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं।


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अब तक 59 लोगों की मौत

हूती विद्रोहियों के अनुसार, अमेरिकी हवाई हमलों में अब तक 59 लोग मारे जा चुके हैं। इन हमलों के बाद यमन में तनाव और बढ़ गया है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर हूतियों ने अपनी गतिविधियां जारी रखीं, तो उनके खिलाफ और भी बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यमन में अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। हूतियों द्वारा इजरायली जहाजों को निशाना बनाने की धमकी के बाद अमेरिका ने सख्त कार्रवाई की है। ईरान पर हूतियों को सैन्य सहायता देने के आरोपों के बीच यह संघर्ष और भी जटिल होता जा रहा है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में स्थिति और तनावपूर्ण हो सकती है।


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